Keya gujri hogi ush budhi ma ke dil par
Jab ushki bahu me kaha
Maji aap apna kana bana lenaLena
Mujhe or unhe aaj part I me Jana hai
Budhi ma be kaha bete mujhe GA's chulha jalane nahi ata
बेटे ने कहा माँ आज पाश वाले मंदिर में भंडारा है
तुम वाहा चली जाना खाना बनाने की कोई नौबत ही नहीं आएगी
माँ चपल पहिं न कर मंदिर की और हो चली
Wअहा पूरा वक़्त का वेत्ता रोहन सुन रहा था मंदिर में जाते वक़्त रोहन ने अपनी पापा से कहा पापा जब मै बारा आदमी बन जाऊंगा ना तो मई भी आपना घर किसी मंदिर के पाश ही बनवाऊंगा
माँ ने बरी उत्सकता से पूछा कियु
बेट्टा
रोहन ने जो जबाब दिया
उसे सुनकर माँ ैऔर बेटे का शिर निचे
झुक गया
रोहन ने कहा की जब मुझे वि ऐसे ही पार्टी में जाना होगा तो
तुम भी किसी मंदिर में खाना खाने जाओगे न और मईै
मईप्रे नहीं चाहता की तुम्हे किसी दूर की मंदिर में जाना र रोहन ने जो जबाब दिया उसे शुन कर उसे सुनकर र
माँ और बेटे का सर निचे झुक गया
पता तबतक सलामत है जबतक ओह पैर से ज़ुरा है
पत्थर तबतक सलामत है जबतक वह पर्वत से ज़ुरा है
Iंशन तबतक सलामत है जबतक वह परिवार से ज़ुरा है
Qउइकी परिवार से अलग होकर आजादी तो
Mिल मिल जाती है मगर संस्कार चले जाते है
Eक कब्र पर लिखा था किश्को किया इल्जाम देदू दोस्तों
J जिंदगी शताने वाले भी आपने थे और दफ़नाने वाले भी आपने थे
. यदि अच्छा लगे तो शेर करना दोस्तों
फिर मिलेंगे एक और कहानी के साथ
. आपके दिल को छू लेने वाला
M मै. अमरकुमार पटना बिहार हिंदीगेयनगंगा .कॉम
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